एजेंसी। Beetroot Side Effects: चुकंदर या इसका जूस कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो शरीर के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। लेकिन, इससे सभी को फायदा नहीं होता है। चुकंदर में उच्च मात्रा में ऑक्सालेट होता है जो शरीर को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है।

चुकंदर का सीमित मात्रा में सेवन करने से शरीर कई बीमारियों से सुरक्षित रहता है। साथ ही अगर आप ज्यादा खाते हैं तो चुकंदर के साइड इफेक्ट भी देखे जा सकते हैं। आइए जानें कि अधिक मात्रा में चुकंदर या इसका जूस पीने से शरीर को किस तरह के नुकसान हो सकते हैं। Benefits Of Beetroot Chukandar And Its Side Effects

कड़वाहट की समस्या: कई चुकंदर खाने वालों को बिटुमिनस की समस्या भी हो सकती है। जिससे पेशाब का रंग गुलाबी या गहरा लाल हो जाता है। आयरन की कमी वाले लोगों में यह समस्या अधिक आम है। जब आप बहुत अधिक चुकंदर खाते हैं, तो मल का रंग लाल या काला हो सकता है। आमतौर पर बिटुरिया की समस्या बहुत गंभीर नहीं होती है और यह अपने आप ठीक हो जाती है।

किडनी स्टोन का खतरा: क्लिनिकल न्यूट्रीशन रिसर्च के अनुसार चुकंदर ऑक्सालेट से भरपूर होता है और इसीलिए पथरी बनती है। यदि आपके पास पहले से ही पित्त पथरी है, तो आपका डॉक्टर आपको चुकंदर या इसके रस का सेवन न करने की सलाह दे सकता है। चुकंदर में पाया जाने वाला ऑक्सालेट किडनी स्टोन के साइड इफेक्ट को बढ़ा सकता है।

एनाफिलेक्सिस के साथ समस्याएं: चुकंदर भी एनाफिलेक्सिस का कारण बन सकता है। हालांकि इसके मामले कम ही देखने को मिलते हैं। यह एक प्रकार की एलर्जी की समस्या है जिससे त्वचा पर रैशेज, खुजली, सूजन या यहां तक ​​कि अस्थमा भी हो सकता है। ऐसे में बीट्स का सेवन न करने की सलाह दी जाती है।

पेट खराब: चुकंदर में नाइट्रेट होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार नाइट्रेट की अधिकता से पेट में दर्द हो सकता है। इसका जूस कुछ लोगों का पेट खराब कर सकता है और पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है। नाइट्रेट के कारण गर्भवती महिलाओं को चुकंदर का कम मात्रा में सेवन करने की सलाह दी जाती है।

लीवर खराब होना: अध्ययनों से पता चला है कि चुकंदर के अधिक सेवन से लीवर की समस्या भी हो सकती है। चुकंदर में कॉपर, आयरन, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम होता है। ये खनिज लीवर में बड़ी मात्रा में जमा हो जाते हैं और उसे नुकसान पहुंचाते हैं। ज्यादा चुकंदर खाने से शरीर में कैल्शियम की मात्रा कम हो जाती है, जिससे हड्डियों की समस्या बढ़ जाती है।

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