लंडन। सेल्वा हुसैन हमेशा अपने पीछे 6 किलो का बैग रखती हैं। सुंदा पर भी विश्वास करना मुश्किल है। उस बैग में उसका अपना दिल है। उसका शरीर उसी हृदय से गतिमान है।

यूके की सेल्वा की 2017 में जीवन रक्षक हृदय की सर्जरी हुई थी। यह देखकर कि अंदर का दिल हर समय एक जैसा काम नहीं करता, वह आपातकालीन सहायता के लिए अपने बैग में एक और दिल लेकर चलने लगी।

बैकपैक बैटरी, एक इलेक्ट्रिक मोटर और एक पंप सहित कृत्रिम हृदय का वजन 6 किलो तक पहुंच गया है। यहां ट्यूब के जरिए हवा प्लास्टिक पाइप के जरिए उसके सीने तक पहुंचती है। तो उसके शरीर में खून बह रहा है।
सेल्वा पहली ब्रिटिश महिला हैं जिन्हें पूर्ण कृत्रिम हृदय के साथ अस्पताल से छुट्टी मिली है। Meet Selwa Hussain, the woman who carries her heart in a bag

उसकी असामान्य कहानी जून 2017 में शुरू हुई। जब वह आखिरी सांस ले रही थी। उन्हें एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें पूरी तरह से दिल की विफलता का निदान किया।

चार दिन बाद उन्हें हेयरफील्ड अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उसकी जान बचाने के लिए मशक्कत की।

सर्जन ने उसके रोगग्रस्त प्राकृतिक हृदय को हटा दिया और उसमें एक कृत्रिम प्रत्यारोपण रखा। डॉक्टर ने उसे दूसरे बैग में स्टैंडबाय पर रखने के लिए एक और दिल बाहर रखने की योजना बनाई। यह दुनिया के लिए एक नया प्रयास था।

वह अब अपने बैग में दूसरा दिल रखती है। पहले रखा गया दिल समय-समय पर विफल रहता है। यदि यह विफल हो जाता है, तो यह काम करना शुरू कर देता है क्योंकि इसे एक बैग में रखा जाता है।

उसका पति या अन्य देखभाल करने वाला हमेशा उसके साथ होना चाहिए। अगर उसके अंदर दिल की विफलता है, तो उसे जो दिल बाहर ले जाना है उसे चलना शुरू करना होगा। उस वक्त उनके पास सिर्फ 90 सेकेंड का समय होता है। बैग के दिल को तुरंत बैकअप मशीन से जोड़ा जाना चाहिए।

कृत्रिम हृदय उसके शरीर के चारों ओर 138 बीट प्रति मिनट की गति से रक्त प्रवाहित करता है। इससे उसकी छाती कांपने लगती है। उनके बैग में मोटर लगातार चलती है। पंप से एक तरह की आवाज आ रही है।

बैग से जुड़ी दो बड़ी प्लास्टिक ट्यूब उसके पेट से होते हुए उसके शरीर में प्रवेश करती हैं और उसकी छाती से जुड़ जाती हैं। यह रक्त को धकेलने के लिए एक सच्चे हृदय कक्ष के रूप में कार्य करता है।

सेल्वा के नेचुरल हार्ट की जांच करने वाले एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसे कार्डियोमायोपैथी कहते हैं। हृदय का मूल्य ००८६,००० या ९ १३.९ मिलियन से अधिक है।

इस आर्टिफिशियल हार्ट को एक अमेरिकी कंपनी ने बनाया है। छह घंटे के ऑपरेशन के दौरान सेल्वा के शरीर में कृत्रिम हृदय लगाया गया। सर्जरी डॉ. डायना गार्सिया साइज और हेयरफील्ड ट्रांसप्लांट को चीफ ऑफ सर्जरी आंद्रे साइमन के नेतृत्व में एक टीम ने अंजाम दिया।

उनसे मिलने और जीवन के बारे में उनका साक्षात्कार करने के लिए समय अलग रखा गया है। जिन लोगों का चयन होगा, वे मिलने पर भी अंतरंग रूप से मिल सकेंगे, जबकि उनमें से अधिकांश सोशल मीडिया पर संवाद कर सकेंगे।

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