धार्मिक ब्यूरो । हर महीने की तरह विनायक चतुर्थी आषाढ़ के महीने में आती है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने की एक विधि होती है। इस दिन गणपति की पूजा करने से उनके भक्तों के सभी दुख दूर हो जाते हैं और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.

आषाढ़ मास की बिनायक चतुर्थी इस वर्ष 19 आषाढ़ तिथि को पड़ रही है। आइए जानते हैं विनायक चतुर्थी की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त।

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विनायक चतुर्थी पूजा का शुभ मुहूर्त: आषाढ़ मास की विनायक चतुर्थी आषाढ़ की 19 तारीख रविवार को पड़ रही है. बिनायक चतुर्थी शनिवार, 2 जुलाई को दोपहर 3:16 बजे शुरू होगी और रविवार 3 जुलाई को शाम 5:06 बजे तक चलेगी. इस दौरान गणेश पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11:02 बजे से 1:49 बजे तक रहेगा.

गणेश चतुर्थी की पूजा विधि: इस दिन दिव्य क्षण में सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए। फिर लाल वस्त्र धारण करें और तांबे के बर्तन में सूर्यदेव को अर्पित करें। नारियल और मोदक को भगवान गणेश के मंदिर में प्रसाद के रूप में लें। उन्हें गुलाब और दूर्वा चढ़ाएं और Om गणपतिये नमः मंत्र का 27 बार जाप करें और धूप जलाएं।

दोपहर के समय गणेश जी की पूजा करते समय अपनी क्षमता के अनुसार घर में पीतल, तांबे, मिट्टी या सोने या चांदी की गणेश प्रतिमा स्थापित करें। संकल्प के बाद श्री गणेश की आरती की जाएगी और बच्चों को मोदक का वितरण किया जाएगा. ऐसा करने से आप पर हमेशा भगवान गणपति की कृपा बनी रहेगी।

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