धार्मिक ब्यूरो ।आज खगरा सूर्य ग्रहण है। ग्रहण को शेषनाग की चाल के रूप में लिया जाता है। भारत में ग्रहण सुबह 10:59 बजे शुरू होगा और दोपहर 3:07 बजे खत्म होगा। नेपाल में, यह 15 मिनट पहले शुरू होता है और 15 मिनट देरी से समाप्त होता है। यह सूर्य ग्रहण पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। सूर्य ग्रहण एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है।

इसका प्रकृति, जानवरों और मनुष्यों पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है। इसी वजह से ज्योतिषियों का सुझाव है कि ग्रहण के दौरान कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। religion news story surya grahan 2021 note down the date of solar eclipse know the time and how much effect it will have

हमारे देश नेपाल को बासुकी सांप का स्थान मानते हुए भी काफी प्रासंगिक माना जा सकता है। नेपाल खासकर नेपाल मंडल बेहद रहस्यमयी जगह पर है।

यदि हम जात्रा चाड त्योहारों की रहने की स्थिति, सांस्कृतिक प्रकृति, प्रकृति का विस्तार से अध्ययन करते हैं, तो इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह तांत्रिक प्रणाली पर आधारित है।

इस तंत्र नगरी में आज भी मनाए जाने वाले जात्रा उत्सव सिद्ध करते हैं कि तंत्र की शक्ति से मनुष्य ने नाग बनकर सिद्धि प्राप्त की है। इसलिए ग्रहण को माना जाता है।

ग्रहण का दिन शेषनाग की हलचल कहा जाता है। इस दिन भूकंप आने की संभावना है। इसलिए इसे प्राचीन काल से ही सतर्क रहने की बात कही गई है।

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