धार्मिक ब्यूरो। न्याय के देवता शनिदेव अपने कर्मों के अनुसार फल देते हैं। अच्छा करने वालों को राजा बनाया जाता है, लेकिन जो अनैतिक और अन्यायी हैं उन्हें दंडित किया जाता है।

जब शनिदेव की महादशा जारी रहती है, तब अच्छी स्थिति बिगड़ जाती है। शनि की साढ़ेसाती या शनि के धैर्य पर सबसे ज्यादा प्रभाव शनि का पड़ता है। इन महाद्वीपों में शनि का कुंडली पर शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ता है। इसके प्रभाव से जीवन उल्टा हो जाता है। religion news story shani sade sati on capricorn till april 2022 know shani ke upay

दूसरा चरण अधिक दर्दनाक
ज्योतिषी श्रीपति त्रिपाठी ने कहा कि शनि के पहले चरण में शनि का सबसे अधिक प्रभाव जातक की आर्थिक स्थिति, दूसरे चरण में परिवार और तीसरे चरण में स्वास्थ्य पर पड़ेगा। ढाई साल के इन तीन चरणों में दूसरा चरण सबसे भारी है।

2022 तक इस राशि में रहेगी शनि की छाया
अब शनि मकर राशि में है। इस राशि के लोगों के लिए शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है, जो 29 अप्रैल 2022 तक चलेगा। इसलिए मकर राशि के जातकों के लिए यह समय बेहद सावधान रहने का है।

शनि की प्रलय धन और परिवार में परेशानी का कारण बन सकती है। कोई भी धोखा दे सकता है। कड़ी मेहनत करने से फल म्मिलता हे। हर निर्णय पर सावधानीपूर्वक विचार किया जाना चाहिए।

ज्योतिर्विद श्रीपति त्रिपाठी जिनकी कुंडली में शनि अच्छा स्थान पर है और जो गलत और अनैतिक कार्य नहीं करते हैं। उनके लिए यह समय काफी अच्छा साबित होगा। यानी इस समय मकर राशि वालों को अपनी कुंडली में शनि की स्थिति और कर्म के आधार पर शनि के प्रभाव का अनुभव करना होगा।

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