6 अक्टूबर को पिता पक्ष का अंत होगा। इसे पितृसत्तात्मक विसर्जन भी कहा जाता है। नवरात्रि नवरात्र 7 अक्टूबर 21 सितंबर से शुरू हो रहे हैं।

महानवमी 14 अक्टूबर, 28 सितंबर और बरदशाह 2078 15 अक्टूबर, 29 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इन दिनों मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है। शास्त्रों में मां दुर्गा के नौ रूपों का वर्णन है।

नवरात्रि में मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा विशेष मानी जाती है। ऐसा माना जाता है कि मां दुर्गा अपने भक्तों की सभी समस्याओं को दूर करने के लिए आती हैं। religion festivals story navratri 2021 start date 7 october 2021 maha navami goddess durga vehicle vaahan

मां दुर्गा की सवारी
इस बार नवरात्रि पर पालकी में मां दुर्गा आ रही हैं। इस बार दुर्गा का वाहन डोली होगा। शास्त्रों में वर्णन है कि अगर सोमवार और रविवार से नवरात्र शुरू हो जाए तो मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं।

अगर शनिवार और मंगलवार से नवरात्र शुरू हो जाएं तो मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आती हैं। बुधवार को नवरात्रि शुरू होने पर माता दुर्गा के वाहन का डगआउट होगा। गुरुवार और शुक्रवार को नवरात्र शुरू हो तो मां दुर्गा डोली में सवार होती हैं। इस बार गुरुवार से नवरात्र शुरू हो रहे हैं इसलिए मां दुर्गा डोली में सवार होकर आएंगी।

दुर्गा की सवारी का महत्व
दुर्गा के हर वाहन का अपना महत्व है। शास्त्रों का वर्णन है कि जब दुर्गा डोली में सवार होकर आती हैं, तो राजनीतिक उथल-पुथल की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसका असर सिर्फ नेपाल और भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में महसूस किया जा सकता है।

यह प्राकृतिक आपदाओं का भी संकेत है। महामारी फैलती है और लोगों के बीमार होने की संभावना अधिक होती है। डोली में मां दुर्गा का आगमन बहुत शुभ संकेत नहीं माना जाता है, लेकिन जो लोग सच्चे मन से देवी दुर्गा की पूजा करते हैं, वे इस अशुभ प्रभाव में हिस्सा नहीं लेते हैं। नवरात्रि पर मां दुर्गा की पूजा, भक्तों पर बनी रहती है मां की कृपा

नवरात्रि में घटस्थापना का शुभ मुहूर्त

नवरात्रि के पहले दिन नौ दिनों तक देवी की पूजा शुरू होती है। मासिक धर्म के लिए शुभ मुहूर्त का विशेष ध्यान रखें। घटस्थापना का शुभ मुहूर्त २१ सितंबर, ७ अक्टूबर को प्रातः ६:१७ से प्रातः ७:०७ तक है। इस समय घटस्थापना करने से नवरात्रि फलदायी होती है।

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