नई दिल्ली। न सिर्फ भारत बल्कि एशिया के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी पर भी इसका गहरा असर पड़ा है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का सऊदी अरब की तेल कंपनी सऊदी अरामको के साथ 155 अरब का सौदा रद्द कर दिया गया है। सौदे के तहत, रिलायंस अपने तेल और गैस कारोबार का 20 प्रतिशत सऊदी अरामको को बेच रही थी।

भारतीय मीडिया के मुताबिक रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने समझौता रद्द कर दिया है। रिलायंस ने शुक्रवार को एक बयान में कहा।

बयान में कहा गया है, “रिलायंस के व्यापार पोर्टफोलियो की विकसित प्रकृति के कारण, रिलायंस और सऊदी अरामको ने O2C व्यवसाय में प्रस्तावित निवेश का पुनर्मूल्यांकन करने का निर्णय लिया है, जो पारस्परिक रूप से लाभकारी होगा।” mukesh ambani wife house wealth lifestyle

मुकेश अंबानी ने अगस्त 2019 में शेयरधारकों की वार्षिक आम बैठक में घोषणा की थी कि 20 प्रतिशत तेल शेयरों को रासायनिक व्यवसाय को बेचने के लिए बातचीत चल रही है।

उस व्यवसाय के हिस्से के रूप में, रिलायंस की जामनगर, गुजरात में दो तेल रिफाइनरियों, पेट्रोकेमिकल परिसंपत्तियों और बीपी के एक खुदरा रिटेलर के साथ एक संयुक्त उद्यम में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है। अगस्त 2019 में मार्च 2020 तक समझौते पर हस्ताक्षर होने थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

कंपनी पर कोरोना महामारी का आरोप लगाया गया था। इस साल भी मुकेश अंबानी ने शेयरधारकों की सालाना आम बैठक में कहा था कि इस साल के अंत तक समझौते को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।

वहीं रिलायंस अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में कदम रखने की बात कही जा रही है। इसमें अक्षय ऊर्जा का उत्पादन करने के लिए दुनिया का सबसे बड़ा संयंत्र स्थापित करने की योजना भी शामिल है।

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