एजेंसी। वर्तमान स्थिति के लिए किसी को दोष न दें। क्योंकि हर आदमी के दिन आ रहे हैं। कोई किस्मत से चमकता है तो कोई मेहनत से चमकता है।

भारत के तेलंगाना राज्य के जंगांव जिले के पेम्बर्थी में एक आदमी के साथ ऐसा ही हुआ है। गुरुवार को बंजर जमीन की खुदाई के दौरान सोने से भरा घड़ा मिला तो एक गरीब किसान की आंखों में चमक आ गई। What will happen if luck shines, millions of precious treasures found by digging barren land

किसान नरसिम्हा को 5 किलो सोने और अन्य कीमती आभूषणों से भरा मिट्टी का घड़ा मिला। इसकी कीमत करीब 20 लाख रुपये है। एक हजार देखने के लिए संघर्ष कर रहे एक किसान को एक बार में दो करोड़ रुपये मिले हैं।

खोज की खबर चैत्र में जंगल की आग की तरह फैल गई और सैकड़ों लोग जमा हो गए। प्रशासन के लोग भी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। सोना बरामद कर जांच के लिए भेजा गया है।

लेकिन कानून के मुताबिक, अगर संपत्ति का मालिक होने का कोई सबूत नहीं है, तो जो किसान इसे पाता है उसे राज्य के खजाने में कुछ खाता दिया जाता है। तो अब किसान अमीर होने जा रहे हैं।

नरसिम्हा ने एक महीने पहले ही 11 एकड़ जमीन खरीदी थी और उसे समतल करने में लगे थे।

इसे समतल करने के लिए खुदाई करते समय सोने से भरा एक बर्तन मिला। जिसमें 22 सोने की बालियां (72.22 ग्राम), 51 गुंडेलु (58,800 ग्राम), 11 पुस्थेलु (17,800 ग्राम), एक 13 ग्राम नागा पदनिगेलु, 24 ग्राम की एक छोटी सोने की छड़ और 26 चांदी की छड़ें (1,227 ग्राम) शामिल हैं।

पांच जंजीरें (216 ग्राम), 21 चांदी के छल्ले (242 ग्राम) और 37 अन्य चांदी के बर्तन (42 ग्राम) भी मिले। इसके अलावा 7 माणिक (6.500 ग्राम) और 1 किलो 200 ग्राम तांबे के कलश मिले।

यह खजाना काकतीय वंश का माना जाता है। उस समय के गहनों को देखने पर यह बहुत ही पौराणिक लगता है। वारंगल काकतीय साम्राज्य की राजधानी थी। जंगन पहले वारंगल का हिस्सा था और हाल ही में इसे एक अलग जिला बनाया गया है।

इससे पहले जून 2020 में, तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के ज़हीराबाद में एक किसान को खेत की जुताई करते समय सोना और कई रत्न भूमिगत मिले थे। इतना ही नहीं किसानों को जमीन के अंदर से काफी कीमती जेवर भी मिले।

ये सभी प्राचीन वस्तुएँ सोना, चाँदी और ताँबा थीं। येरगड्डापल्ली गांव के एक किसान याकूब अली अपने खेत की जुताई कर रहे थे, जब उन्हें जमीन के नीचे सोना और कई रत्न मिले।

खेत जोतते समय याकूब अली के बैल कुछ देर के लिए रुक गए। प्रभामंडल से जो निकला उसे देखकर याकूब अली चौंक गया।

पहले तो उन्हें कांसे के तीन पात्र मिले। जो गहनों से भरा हुआ था। खुदाई के दौरान 25 सोने के सिक्के, हार, अंगूठियां और पारंपरिक बर्तन मिले। जिसे पुरातत्व विभाग को भेज दिया गया है।

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